google.com, pub-7094467079818628, DIRECT, f08c47fec0942fa0 शनि ग्रह किस उम्र में अधिक प्रभावित करता है

शनि ग्रह किस उम्र में अधिक प्रभावित करता है

0



शनि ग्रह आदि ग्रहों से अधिक प्रकोप साली बताया गया है शनि ग्रह अनेक कारणों के कारण प्रभावित होता है और यह
जन्म से लेकर 48 वर्ष की उम्र तक सभी ग्रहों का उम्र के प्रत्येक वर्ष में अलग-अलग प्रभाव होता है। उनमें से नौ ऐसे विशेष वर्ष होते हैं, जो ग्रह से संबंधित वर्ष माने गए हैं जिन पर उस ग्रह का शुभ या अशुभ प्रभाव विशेष रूप से रहता है। लाल किताब अनुसार शनि ग्रह उम्र के किस वर्ष में विशेष फल देता है इससे संबंधित जानकारी प्रस्तुत है।
 
 
शनि और उम्र :
1. शनि ग्रह का असर आयु के 36 से 42 वर्ष के बीच नजर आता है। 
2. यदि अच्छा है तो मकान, व्यवसाय और राजनीति में लाभ लेकिन यदि अशुभ हो तो हानि देता है।
 
लाल किताब के अनुसार 34 वर्ष से 36 वर्ष की उम्र तक बुध का प्रभाव रहता है और 36 वर्ष से 42 वर्ष की उम्र तक शनि का प्रभाव रहता है। बुध का संबंध जहां व्यापार और नौकरी से रहता है वहीं शनि का संबंध आपके जीवन की अन्य कई महत्वपूर्ण बातों से रहता है। यदि आपकी कुंडली में इनमें से कोई भी ग्रह खराब हो रहा है तो सावधान रहने की जरूरत है। यही उम्र आपके में स्थायित्व लाती है। यदि आप निम्नलिखित उपाय करते हैं तो इस वर्ष आप मनचाही सफलता अर्जित कर सकते हैं।
 
 
शनि के लिए उपाय:-
1.कौवे को प्रतिदिन रोटी खिलावें।
2.प्रति शनिवार को छाया दान करें।
3.शराब न पीएं और भगवान भैरव की उपासना करें।
4.दांत साफ रखें और अंधे, अपंगों, सेवकों और सफाइकर्मियों से अच्छा व्यवहार रखें।
5.शनि खराब है तो तिल, उड़द, लोहा, तेल, काला वस्त्र और जूता दान करें। अच्‍छा हो तो न करें।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
एक टिप्पणी भेजें (0)
To Top