भारत के 5 शिल्प उत्पादन केंद्र ! 5 craft production centres of India
शिल्पकला क्या होता है
शिल्प कला उसे को कहते हैं, जिसमें शिल्पकार अपने हाथों के द्वारा रेशा एवं कालीन शिल्प, चर्म शिल्प, धातु शिल्प, मृत्तिका शिल्प, मूर्ति शिल्प और काष्ठ शिल्प का निर्माण करता है।भारतीय शिल्पकला कई प्रकार में पाई जाती है, जैसे- रेशा एवं कालीन शिल्प, चर्म शिल्प, धातु शिल्प, मृत्तिका शिल्प मूर्ति शिल्प और काष्ठ शिल्प भारतीय शिल्पकला है।
मोहनजोदड़ो क्षेत्र के 125 हेक्टेयर में 7 हेक्टेयर की बहुत छोटी सी चन्हूदड़ो बस्ती थी, जिसमें सिर्फ शिल्प उत्पादन का कार्य ही किया जाता था। चन्हूदड़ो बस्ती में मनके बनाना, शंख की कटाई, धातुकर्म, मुहर निर्माण और बाट बनाया जाता था।
शिल्प उत्पादन केंद्रों की पहचान
पुरातत्वविदों द्वारा शिल्प उत्पादन केंद्रों की पहचान करने के लिए तांबा अयस्क जैसा कच्चा माल, पूरे शंख, औजार, अपूर्ण वस्तुएं, कूड़ा करकट तथा त्याग दिया गया माल आदि वजहे पुरातत्वविदों द्वारा शिल्प उत्पादन केंद्रों की पहचान करने के लिए अपनायी जाती है।