google.com, pub-7094467079818628, DIRECT, f08c47fec0942fa0 मिस्त्र में आश्रय पाना ! Take shelter in egypt

मिस्त्र में आश्रय पाना ! Take shelter in egypt

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मिस्त्र में आश्रय पाना ! Take shelter in egypt


                    जब वह चले गए तो देखो, प्रभु के दूत ने स्वपन में यूसुुुफ को दिखाई दे कर कहा, " उठ और बालक तथा उसकी माता लेकर मिस्त्र को भाग जा, और जब तक मैं ना कहूं वही रहना; क्योंकि  हेरोदेस इस बालक को  खोजनेे पर है कि उसे मरवा डालें।" वह रात ही को उठकर बालक और उसकी माता को लेकर चला गया। हेरोदेस की मृत्यु तक वहींं रहा, जो वचन प्रभु ने नबी के द्वारा कहा था पूरा हो: "मैं अपने पुत्र को मिस्त्र से बुलाया ।" 
जब हेरोदेस ने देखा कि ज्योतिषियों ने मेरे साथ चाल चली है तो वह आग बबूला हो गया उसने आ गया।उसने आग्या देकर ज्योतिषियों से नीशिचत किए हुए समय के अनुसार बैतलहम तथा उसके आस पास के स्थानों के सब लड़कों को जो 2 वर्ष या उससे कम के थे मरवा डाला। तब जो वचन यिर्मयह नबी के द्वारा कहा गया था पूरा हुआ:
         " रामाह में एक चित्कार,
                     रोना और बड़ा विलाप,
          राहेल अपने बालकों के लिए रोते रोते 
                     संत्वना नहीं चाहती,
         क्योंकि अब वे न रहे।" 
जब हेरोदेस की मृत्यु हो गई, तो देखो, मिस्त्र में प्रभु के दूत ने युसूफ को स्वपन में दिखाई दे कर कहा, उठ और बालक तथा उसकी माता को लेकर इस्त्राएल के देश में चला जा, क्योंकि वे जो उसका प्राण लेना चाहते थे, मर चुके हैं।" वह उठा और बालक तथा उसकी माता को साथ लेकर इस्त्राएल के देश में आया, परंतु यह  सुनकर की अरखिलाउस अपने पिता हेरोदेस के स्थान पर यहूदिया में राज्य कर रहा है, वहां जाने से डरा। 
फिर स्वपन में परमेश्वर से चेतावनी पाकर वह गलील के प्रदेश में चला गया और नासरत नामक एक नगर में जाकर रहने लगा जिससे कि नबियों के द्वारा कहा गया वचन पूरा हो, " वह नासरी कहलाएगा।"

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